सिलीगुड़ी, जून ०२ (सिलीगुड़ी जर्नल) – सिलीगुड़ी में रामकृष्ण मिशन मामले के मुख्य आरोपी प्रदीप राय को एसओजी ने भक्ति नगर थाने की पुलिस के साथ मिलकर १२ दिन बाद शनिवार शाम जंक्शन से गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि सालुगाड़ा स्थित रामकृष्ण मिशन की करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जा करने के लिए 19 मई को भू-माफिया प्रदीप राय ने 30-40 लोगों के साथ मिशन पर हमला किया था। उनके पास आग्नेयास्त्र और धारदार हथियार थे। इस दौरान सुरक्षा गार्ड और निवासियों को कथित तौर पर जगह खाली करने और जान से मारने की धमकी दी गई। प्रदीप राय के गुंडों ने सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया और सभी के मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए।
घटना के बाद रामकृष्ण मिशन ने भक्ति नगर थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। इससे राज्य सरकार की आलोचना शुरू हो गई। मामले के बढ़ने पर, भक्ति नगर थाने की पुलिस ने घटना के लगभग चार दिन बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। कुछ दिनों बाद तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन सभी से पूछताछ के बाद, पुलिस ने शुक्रवार की रात खोलाचंद फाफरी इलाके से केजीएफ ग्रुप के मास्टरमाइंड आलोक दास को गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद एसओजी को गुप्त सूचना मिली कि रामकृष्ण मिशन की जमीन पर कब्जा करने की घटना का मुख्य आरोपी प्रदीप राय शहर से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है। इस सूचना पर एसओजी और भक्ति नगर थाने की पुलिस ने शहर से बाहर जाने वाले रास्तों, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर निगरानी बढ़ा दी।
इधर, जब प्रदीप राय शनिवार शाम को शहर से निकलने के लिए जंक्शन पहुंचा, तो पहले से तैयार पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रविवार को आरोपी प्रदीप राय को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के अनुसार, भक्ति नगर थाने की पुलिस आरोपी प्रदीप राय से पूछताछ करने के लिए उसे पुलिस रिमांड पर लेगी। बताया जा रहा है कि प्रदीप राय की गिरफ्तारी से रामकृष्ण मिशन कांड में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।